देश के सबसे अमीर व्यक्ति मुकेश अंबानी ने अपनी कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड यानी आरआईएल से पिछले वित्त वर्ष में कोई वेतन नहीं लिया। रिलायंस की वार्षिक रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई है। मुकेश अंबानी ने इससे पिछले वित्त वर्ष में कंपनी से 15 करोड़ रुपये का वेतन हासिल किया था।
15 साल से एक रुपये भी नहीं बढ़ी सैलरी
आपको बता दें कि मुकेश अंबानी पिछले 15 सालों से 15 करोड़ रुपये वेतन लेन रहे थे। रिपोर्ट में कहा गया है कि रिलायंस इंडस्ट्रीज के मुखिया ने कोरोना वायरस महामारी के प्रकोप के चलते व्यापार और अर्थव्यवस्था के प्रभावित होने के कारण खुद से अपना वेतन छोड़ दिया। हालांकि कंपनी के अन्य शीर्ष अधिकारियों ने अपना वेतन लिया है। मुकेश अंबानी अंबानी के चचेरे भाई निखिल और हिताल मेसवानी का वेतन 24 करोड़ रुपये पर कायम रहा। हालांकि इनके वेतन में 17.28 करोड़ रुपये का कमीशन भी शामिल है।
नीता अंबानी को हर बैठक में मिले इतने लाख
मुकेश अंबानी की पत्नी नीता अंबानी कंपनी के बोर्ड में गैर-कार्यकारी निदेशक यानी नॉन एक्जीक्युटिव डायरेक्टर हैं। उनको प्रत्येक बैठक के लिए आठ लाख रुपये मिले। साथ ही कमीशन के रूप में 1.65 करोड़ रुपये मिले। रिपोर्ट के मुताबिक इस दौरान सभी स्वतंत्र निदेशकों को 1.65 करोड़ रुपये का कमीशन और 36 लाख रुपये तक बोर्ड की बैठक में शामिल होने के लिए भुगतान मिला। नियमों के मुताबिक गैर-कार्यकारी निदेशक को तय वेतन नहीं मिलता है बल्कि उनकी बैठक के हिसाब से भुगतान होता है।
इनके वेतन में हुआ इजाफा
मुकेश अंबानी ने भले ही अपना वेतन नहीं लिया है लेकिन शीर्ष अधिकारियों के वेतन में किसी तरह की कटौती की बजाय इजाफा हुआ है। आरआईएल के एक्जीक्यूटिव डायरेक्टर पी एम एस प्रसाद और पवन कुमार कपिल के वेतन में इजाफा हुआ है। प्रसाद को 2020-21 में 11.99 करोड़ रुपये मिले।
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