सोना परंपरागत रूप से निवेशकों की पसंद रहा है। खासकर भारतीय सोने की ज्वेलरी से लेकर सिक्के और ऑनलाइन डिजिटल गोल्ड भी खूब खरीदते हैं। इससे उन्हें मोटी कमाई भी होती है। लेकिन इस साल जुलाई में निवेशकों ने 61 करोड़ रुपये का सोना बेच दिया है। जबकि लगातार वह सात माह से सोना खरीद रहे थे।
हम बात कर रहे हैं गोल्ड एक्सचेंज ट्रेडेड फंड्स (गोल्ड ईटीएफ) की जो सोने में निवेश का एक आकर्षक विकल्प है। गोल्ड ईटीएफ से निवेशकों ने जुलाई में 61 करोड़ रुपये से अधिक की निकासी की है। जबकि इससे पहले लगातार सात माह तक गोल्ड ईटीएफ में निवेश कर रहे थे। रिपोर्ट के अनुसार गोल्ड ईटीएफ से भी ज्यादा रिटर्न शेयर बाजार और इक्विटी फंड ने दिया है। यही वजह है कि निवेशक गोल्ड ईटीएफ से निकासी कर रहे हैं।
क्या कहते हैं आंकड़ें
एसोसिएशन ऑफ म्यूचुअल फंड्स इन इंडिया (एम्फी) के आंकड़ों के अनुसार, गोल्ड ईटीएफ में नकारात्मक प्रवाह के बावजूद जुलाई में फोलियो की संख्या बढकर 19.13 लाख हो गई,जो इससे पिछले महीने 18.32 लाख थी। फरवरी, 2020, दिसंबर, 2020 और जुलाई, 2021 को छोड़कर अगस्त, 2019 से ईटीएफ में निवेश लगातार बढ़ रहा है। विशेषज्ञों का कहना है कि सोने के दाम अपने सर्वकालिक उच्चस्तर पर हैं जिसकी वजह से निवेशकों को इनमें गिरावट की संभावना दिख रही है। इसके अलावा निवेशक अपने निवेश को शेयरों तथा इक्विटी फंड लगा रहे हैं। इन दो वजहों से गोल्ड ईटीएफ से पैसा निकाल रहे हैं।