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राधामोहन सिंह के बंद लिफाफे से चढ़ा यूपी का सियासी पारा, जानिए क्या कहा

यूपी में सरकार और संगठन में फेरबदल की अटकलें काफी दिनों से चल रही हैं। लेकिन रविवार को बीजेपी के प्रदेश प्रभारी राधा मोहन सिंह ने राज्यपाल आनंदीबेन पटेल से मुलाकात कर बंद लिफाफा सौंपा तो इसके बाद सियासी पारा और बढ़ गया। हालांकि, अनुभवी राजनेता राधामोहन सिंह ने सभी तरह की अटकलों को खारिज कर इसे शिष्टाचार भेंट बताया। इसके बावजूद यूपी के सियासी हलकों में सरगर्मी बहुत तेज हो गई है। इस सियासी हलचल के बावजूद उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का जोर नियमित काम और कोरोना पर अंकुश पर है।

 क्या है बंद लिफाफे में

सूत्रौ का मानें प्रदेश प्रभारी राधामोहन सिंह ने मुलाकात के दौरान राज्यपाल को एक बंद लिफाफा दिया है। हालांकि, राधामोहन सिंहने जो लिफाफा राज्यपाल को दिया है, आखिर उसमें क्या है ये रहस्य बना हुआ है। कयास लगाए जा रहे हैं कि क्या उसमें मंत्रिमंडल में फेरबदल से जुड़ी कोई बात है या कुछ और। हालांकि, इसको लेकर अटकलों का बाजार और गर्म हो गया है।

क्या कहा राधामोहन सिंह ने

राज्यपाल से मुलाकात के पहले दिन में मंत्रिमंडल में फेरबदल की अटकलों को खारिज करते हुए राधा मोहन सिंह ने कहा कि दअसल प्रदेश प्रभारी बनने के बाद से उनकी राज्यपाल से भेंट नहीं हुई है। उन्होंने कहा कि राज्यपाल से उनकी महज मुलाकात शिष्टाचार भेंट है और इसका कोई राजनीतिक मकसद नहीं है। प्रदेश प्रभारी ने यह भी कहा कि विधानसभा अध्यक्ष से भी मेरी शिष्टाचार भेंट होनी है।

योगी नहीं चाहते सत्ता के दो केन्द्र

अगले साल मार्च में उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव होने हैं। ऐसे में कयास लगाए जा रहे हैं कि योगी कैबिनेट में बड़ा फेरबदल होगा और एमएलसी बने एके शर्मा को कैबिनेट में कोई बड़ी जिम्मेदारी दी जा सकती है। शर्मा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के बेहद करीब हैं और गुजरात कैडर के पूर्व अधिकारी हैं। हालांकि, सूत्रों का कहना है कि योगी आदित्यनाथ एके शर्मा को लेकर बहुत सहज नहीं है। इतना ही नहीं योगी एके शर्मा के एंट्री को लेकर नाराज भी हैं। सूत्रों का कहना है कि उत्तर प्रदेश के सीएम योगी नहीं चाहते हैं कि शर्मा को ऐसा कोई पद दिया जाए जहां से यह संदेश जाए कि सरकार में दो पॉवर सेंटर हैं। सूत्रो का कहना है कि अगले कुछ दिनों में स्थिति स्पष्ट हो सकती है और कुछ चौंकाने वाले फैसले भी हो सकते हैं। हालांकि, इतना तय माना जा रहा है कि मंत्रीमंडल विस्तार जल्द होगा और उसमें कुछ नए चेहरे देखने को मिल सकते हैं।

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