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अर्जेन्टीना ने मेसी के दम से ब्राजील को हराकर कोपा अमेरिका खिताब पर कब्जा जमाया

फाइनल में चार बार करारी हार, बड़े खिताब में जल्दी बाहर होने की शर्मिंदगी और राष्ट्रीय टीम से संन्यास लेने तक का फैसला लेने के बाद अंतत: दुनिया के सुपरस्टार फुटबॉलर अर्जेन्टीना के लियोनेल मेसी के लिए वह दिन आ गया जब वह खुशी के आंसू बहा सकें। दरअसल अर्जेन्टीना ने मराकाना स्टेडियम में फाइनल में मेजबान ब्राजील को 1-0 से हराकर खिताब पर कब्जा कर लिया। यह मेसी के लिए कितनी बड़ी कामयाबी है इसका अंदजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि इस जीत के साथ ही अर्जेन्टीना ने बड़े टूर्नामेंटों में खिताबी जीत के 28 साल के सूखे को भी समाप्त कर दिया। इस टूर्नामेंट में मेसी और ब्राजील के नेमार को सवर्श्रेष्ठ खिलाड़ी के खिताब से नवाजा गया। हालांकि, मेसी टूर्नामेंट में नेमार पर भारी पड़ते दिखे।

मेसी का सबसे बड़ा इंतजार अब खत्म

मेसी के लिए कोपा अमेरिका का खिताब कई मायमों में बेहद खास है। इससे 34 साल की उम्र में मेसी के करियर का सबसे बड़ा इंतजार अब खत्म हो गया। फाइनल मैच में उरूग्वे के रैफरी एस्तेबान ओस्तोजिच ने जब मैच समाप्त होने की सीटी बजाई तो मेसी मैदान पर ही घुटनों के बल बैठ गए और दोनों हाथों से अपने चेहरे को ढक लिया। मेसी की आंखों में खुशी के आंसू थे। इसके बाद टीम के साथियों ने जश्न मनाने के लिए मेसी को हवा में उछाल दिया। पुरस्कार वितरण समारोह में मेसी ने जब ट्रॉफी को चूमा और फिर हवा में उठाया तो उनके चेहरे पर खुशी साफ देखी जा सकती थी। यह खिताब अर्जेन्टीना के लिए राहत है जिसने अपना पिछला बड़ा खिताब तब जीता था जब मेसी सिर्फ छह साल के थे। रियो में शनिवार का खिताब अर्जेन्टीना का 15वां कोपा अमेरिका खिताब है। ब्राजील ने नौ बार यह खिताब अपने नाम किया है।

क्या माराडोना की सफलता दोहराएंगे मेसी

 कोपा अमेरिका खिताब जितने से पहले तक मेसी अर्जेन्टीना की ओर से सिर्फ 2005 में अंडर-20 विश्व कप और 2008 में बीजिंग ओलंपिक में स्वर्ण पदक ही जीत पाए थे। अर्जेन्टीना की ओर से 2005 में अंतरराष्ट्रीय करियर की शुरुआत करने वाले मेसी के सामने अब चुनौती अगले साल कतर में होने वाला विश्व कप जीतना है। अर्जेन्टीना अगर ऐसा करने में सफल रहती है तो 1986 में माराडोना की मौजूदगी वाली टीम की खिताबी सफलता को दोहराएगी।

 एक गोल से पेले की बराबरी से चूके

मेसी महज एक गोल कम होने की वजह से पेले के 77 गोल की बराबरी नहीं कर सके। लेकिन इस दौरान मेसी ने 151 मुकाबलों के साथ अर्जेन्टीना की ओर से सर्वाधिक अंतरराष्ट्रीय मैच खेलने का रिकॉर्ड बना लिया। इसके साथ ही मेसी ने कोपा अमेरिका में अपना 34वां मैच खेलकर चिली के सर्जियो लिविंगस्टोन के इस टूर्नामेंट में सबसे ज्यादा 34 मैच खेलने के रेकॉर्ड की भी बराबरी कर ली। अर्जेन्टीना के लियोनल मेसी और ब्राजील के नेमार को फाइनल में भिड़ंत से पहले कोपा अमेरिका फुटबॉल टूर्नामेंट का सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी चुना गया। मेसी ने छह मैचों में चार गोल करने के अलावा पांच गोल करने में मदद की। वहीं ब्राजील के नेमार ने पांच मैचों में दो गोल करने के अलावा तीन गोल करने में सहायता की।